ब्रह्मांड का आकार चपटा होने के लिए, ब्रह्मांड का द्रव्यमान/ऊर्जा घनत्व कुछ क्रांतिक घनत्व के समान होना चाहिए.
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सीएमबी द्वारा माप किया गया, ब्रह्मांड में पदार्थ का कुल परिमाण (बैरियॉन्स एवं काले पदार्थ सहित), क्रांतिक घनत्व के केवल 30% के लगभग होता है.
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सीएमबी द्वारा माप किया गया, ब्रह्मांड में पदार्थ का कुल परिमाण (बैरियॉन्स एवं काले पदार्थ सहित), क्रांतिक घनत्व के केवल 30% के लगभग होता है।
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बृहत संरचना का सिद्धांत, जो ब्रह्मांड (तारे, क्वेज़ार, आकाशगंगाओं एवं आकाशगंगा समूहों) में संरचना के निर्माण को निर्धारित करता है, यह भी सुझाव देता है कि ब्रह्मांड में पदार्थ का घनत्व क्रांतिक घनत्व का केवल 30% है.
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बृहत संरचना का सिद्धांत, जो ब्रह्मांड (तारे, क्वेज़ार, आकाशगंगाओं एवं आकाशगंगा समूहों) में संरचना के निर्माण को निर्धारित करता है, यह भी सुझाव देता है कि ब्रह्मांड में पदार्थ का घनत्व क्रांतिक घनत्व का केवल 30% है.
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बृहत संरचना का सिद्धांत, जो ब्रह्मांड (तारे, क्वेज़ार, गैलेक्सियों एवं गैलेक्सी समूहों) में संरचना के निर्माण को निर्धारित करता है, यह भी सुझाव देता है कि ब्रह्मांड में पदार्थ का घनत्व क्रांतिक घनत्व का केवल 30% है।
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तब क्या ऐसा माना जाए एक दिन सृष्टि का विस्तार रुकेगा, महा-विस्फोट के बाद से ही निरंतर जारी सृष्टि का विस्तार एक दिन गुरुत्वीय बलों के आगे समर्पण कर देगा? ऐसा हो सकता है-बशर्ते सृष्टि में व्याप्त पदार्थ की मात्रा एक क्रांतिक सीमा के पार चली जाए,सृष्टि का औसत घनत्व एक क्रांतिक घनत्व के कमसे कम बराबर हो जाए ।
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तब क्या ऐसा माना जाए एक दिन सृष्टि का विस्तार रुकेगा, महा-विस्फोट के बाद से ही निरंतर जारी सृष्टि का विस्तार एक दिन गुरुत्वीय बलों के आगे समर्पण कर देगा? ऐसा हो सकता है-बशर्ते सृष्टि में व्याप्त पदार्थ की मात्रा एक क्रांतिक सीमा के पार चली जाए, सृष्टि का औसत घनत्व एक क्रांतिक घनत्व के कमसे कम बराबर हो जाए ।